आनंद मोहन ने कहा- मैं राज्यसभा में होता तो मनोज झा की जीभ खींचकर उछाल देता

आनंद मोहन ने कहा- मैं राज्यसभा में होता तो मनोज झा की जीभ खींच उछाल देता

आरजेडी राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने राज्यसभा में 21 सितंबर को महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए ठाकुरों पर कविता सुनाई थी। अब इस कविता को लेकर बिहार के ठाकुर नेता नाराज हो गए हैं।

आरजेडी राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने राज्यसभा में 21 सितंबर को महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए ओमप्रकाश वाल्मीकि की ठाकुरों पर कविता सुनाई थी। अब इस कविता को लेकर बिहार के ठाकुर नेता नाराज हो गए हैं। उन्हीं की पार्टी के बाहुबली नेता आनंद मोहन ने कहा कि अगर मैं उस वक्त राज्यसभा में होता तो उनकी जीभ खींचकर आसमान की तरफ उछाल देता, सभापति की ओर।

दरअसल, उन्होंने ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता को सुनते हुए ठाकुरों का जिक्र किया था और अंदर के ठाकुर को मारने की अपील की थी। महिला आरक्षण बिल पर सदन में अपनी बात रखते हुए आरजेडी के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा था कि इस बिल को दया भाव की तरह पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि दया कभी अधिकार की श्रेणी में नहीं आ सकती है। आखिरी में उन्होंने ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविता पढ़कर अंदर के ठाकुरों को मारने का आह्वान किया था।

“चूल्हा मिट्टी का

मिट्टी तालाब की

तालाब ठाकुर का।

भूख रोटी की

रोटी बाजरे की

बाजरा खेत का

खेत ठाकुर का।

बैल ठाकुर का

हल ठाकुर का

हल की मूठ पर हथेली अपनी

फ़सल ठाकुर की।

कुआँ ठाकुर का

पानी ठाकुर का

खेत-खलिहान ठाकुर के

गली-मुहल्ले ठाकुर के

फिर अपना क्या?….”

मनोज झा के इसी टिप्पणी को लेकर बाहुबली नेता आनंद मोहन समेत उनके विधायक बेटे चेतन आनंद ने मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मनोज झा पर हमला करते हुए चेतन आनंद ने कहा, ”ठाकुर समाज सभी को साथ लेकर चलते हैं और समाजवाद में किसी एक जाति को टारगेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन है। ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” विधायक चेतन आनंद ने आगे कहा कि राज्यसभा में जब मनोज झा बोल रहे थे तो उन्होंने कविता के जरिए ठाकुर समाज को पूरी तरीके से विलेन के रूप में पेश किया।

चेतन आनंद ने कहा कि मनोज झा के बयान से तेजस्वी यादव के राजद को ए यू जेड की पार्टी बनाने के कदम को झटका लगा है। मनोज झा ब्राह्मण हैं इसीलिए उन्होंने ब्राह्मणों के खिलाफ किसी कविता का इस्तेमाल नहीं किया। हम लोग यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिस समय मनोज झा राज्यसभा में यह टिप्पणी कर रहे थे, हम अगर उस समय सदन में होते तो वहीं धरने पर बैठ जाते और विरोध प्रदर्शन करते। यह दोगलापन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

चेतन आनंद कहा कि वह जल्द ही इस पूरे मुद्दे को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के सामने भी रखेंगे। उन्होंने आगे कहा, “मनोज झा ठाकुरों को मारने की बात कहते हैं। मनोज झा अगर इतने ही समाजवादी हैं तो क्यों नहीं अपने अंदर के ब्राह्मण को मारते हैं। मनोज झा क्यों नहीं अपने नाम के झा हटा देते हैं। ऐसे नहीं चलता है।”

बताया जा रहा है कि इस खीज के पीछे कुछ दूसरे वजहें भी हैं। दरअसल, पिछले दिनों आनंद मोहन का पूरा परिवार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करने के लिए राबड़ी देवी आवास पर पहुंचा था। मगर 10 मिनट तक इंतजार करने के बावजूद भी लालू ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया, जिसके बाद से आनंद मोहन का परिवार लालू से खासा नाराज है।

उधर, भाजपा ने भी मनोज झा के बयान की निंदा की है और कहा है कि राजद हमेशा से ही राजपूत विरोधी पार्टी रही है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, ”आरजेडी वोट की राजनीति के लिए राजपूत समाज को बदनाम कर रही है।”

उधर, आरजेडी ने मनोज झा का स्टैंड लिया है। आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर मनोज झा का वीडियो शेयर किया गया है। राजद ने ट्वीट में लिखा कि राज्यसभा सांसद प्रो। डॉक्टर मनोज झा जी का विशेष सत्र के दौरान दिया गया दमदार शानदार और जानदार भाषण।’