ओए…, ओए उग्रवादी, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है: रमेश बिधूड़ी

ओए…, ओए उग्रवादी, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है: रमेश बिधूड़ी

ओए…, ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है।।। इसकी बात नोट करते रहना अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को।

“ओए…, ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है… इसकी बात नोट करते रहना अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को।” ये शब्द केंद्र की सत्ता पर आसीन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद रमेश बिधूड़ी के हैं। बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली के सांसद हैं। जिस तरह के सड़क छाप शब्दों का उन्होंने लोकसभा में इस्तेमाल किया और उसे सुनकर जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मुस्कान बिखेरी, वहीं पीठासीन महोदय ने टोकने की जुर्रत नहीं की।

दूसरी तरफ, भाजपा समर्थकों ने तो चुप्पी साध रखी है, लेकिन विपक्ष के कई नेताओं और आम लोगों ने एक सांसद के मुंह से ऐसे अपशब्द सुनकर माथा पकड़ लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के ज्यादातर नेता बात-बात पर जिस लोकतंत्र के मंदिर की बात करते हैं। वहीं पर उनके ही एक सांसद किस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे, यह उन्हें वीडियो को रिवाइंड करके सुनना चाहिए।

विपक्षी दलों ने लोकसभा स्पीकर से रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग की। विवाद बढ़ने के बाद लोकसभा के रिकॉर्ड से रमेश बिधूड़ी के बयान से विवादित हिस्सा हटा दिया गया है। दरअसल, रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन यानी गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर बोल रहे थे। तभी बीएसपी सांसद दानिश अली ने कोई टिप्पणी की। इस पर रमेश बिधूड़ी भड़क गए। उन्होंने लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया। हालांकि, अब लोकसभा के रिकॉर्ड से उनके बयान का विवादित हिस्सा हटा दिया गया है।

कांग्रेस ने सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया है, “PM मोदी, क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी का ये बयान सुना? वो एक दूसरे सांसद को उनके धर्म के आधार पर ऐसी गालियां दे रहे हैं जो यहां लिखी नहीं जा सकतीं। पूरा विश्वास है आपने सुना ही होगा, और अब आप इनका प्रमोशन जरूर करेंगे।” उधर, राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बिधूड़ी के संबोधन का एक हिस्सा शेयर करते हुए लिखा है कि कोई शर्म नहीं बची है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया है कि रमेश बिधूड़ी ने अपने साथी बसपा सांसद दानिश अली के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने पूछा है कि क्या लोकसभा के स्पीकर इसे संज्ञान में लेते हुए ऐक्शन लेंगे? सोशल मीडिया पर कई लोगों ने लिखा है कि बात-बात पर विपक्ष के सदस्यों को सस्पेंड कर सदन से बाहर करने वाले दौर में क्या सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद की अभद्रता को इग्नोर किया जाएगा?

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा, “मुसलमानों, ओबीसी को गाली देना भाजपा की संस्कृति का अभिन्न अंग है। ज्यादातर को इसमें गलत नहीं दिखता।” उन्होंने पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा कि इसने भारतीय मुसलमानों को अपनी ही धरती पर डर की ऐसी स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है कि वे मुस्कुराकर सब कुछ सह लेते हैं।

आप सांसद संजय सिंह ने भी रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग की है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “मैं बिधूड़ी जी को इसके लिए दोषी नहीं मानता हूं क्योंकि इस तरीके की जुबान को शह कौन दे रहा है। मैं दुखी जरूर हूं लेकिन इस बात को लेकर के आश्चर्य नहीं हो रहा है । इस प्रकरण को ऐसे समझ सकते हैं कि एक सांसद अपने दूसरे सांसद को किस तरीके के शब्द का इस्तेमाल कर रहा है?”

हालांकिस रमेश बिधूड़ी के भाषण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफाई दे ही। उन्होंने कहा कि उन्होंने वह बात नहीं सुनी लेकिन बिधूड़ी ने अगर ऐसा कुछ कहा है जिससे बसपा सांसद की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं।