सुधीर चौधरी पर लगा सांप्रदायिक सद्भावना के खिलाफ साजिश रचने का आरोप, FIR दर्ज

सुधीर चौधरी पर लगा सांप्रदायिक सद्भावना के खिलाफ साजिश रचने का आरोप, FIR दर्ज

आजतक चैनल के एंकर सुधीर चौधरी के खिलाफ कर्नाटक पुलिस ने FIR दर्ज की है। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने न्यूज चैनल पर एक कार्यक्रम के दौरान 'सांप्रदायिक सद्भावना' के खिलाफ साजिश रचने का काम किया है।

आजतक चैनल के एंकर सुधीर चौधरी के खिलाफ कर्नाटक पुलिस ने FIR दर्ज की है। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने न्यूज चैनल पर एक कार्यक्रम के दौरान ‘सांप्रदायिक सद्भावना’ के खिलाफ साजिश रचने का काम किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू और मुसलमान के बीच दुश्मनी बढ़ाने वाला कंटेंट प्रसारित किया। सुधीर चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता यानी IPC की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सुधीर चौधरी के खिलाफ राजधानी बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम में FIR दर्ज की गई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, FIR में कहा गया है, ‘शो में दावा किया गया कि स्कीम में गरीब हिंदुओं के साथ राज्य में अन्याय हुआ है।’ इस मामले में चौधरी प्रथम आरोपी हैं। वहीं, पुलिस ने आज तक के मुख्य संपादक और आयोजक को भी आरोपी बनाया है।

सुधीर चौधरी पर आरोप है कि अल्पसंख्यकों के लिए वाणिज्यिक वाहन सब्सिडी योजना के बारे में उन्होंने जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना दी। दरअसल, विचाराधीन योजना में 4.5 लाख रुपये से कम घरेलू आय वाले धार्मिक अल्पसंख्यकों के लोगों को वाणिज्यिक वाहन खरीदने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का वादा किया गया है। कर्नाटक में पांच समुदाय हैं जिन्हें धार्मिक अल्पसंख्यकों के रूप में वर्गीकृत किया गया है- मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध, सिख और पारसी।

कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी (आईटी/बीटी) मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “आजतक के एंकर जानबूझकर सरकारी योजनाओं पर गलत सूचना फैला रहे हैं, जिसे सबसे पहले भाजपा सांसदों ने शुरू किया था और मीडिया के एक वर्ग द्वारा इसे बढ़ाया जा रहा है। यह जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण है, सरकार आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेगी।”

आज तक के एक शो प्रमोशन का स्क्रीनशॉट किया गया था जिसमें चौधरी दिख रहे थे, जिसका हिंदी कैप्शन था: “कर्नाटक में अल्पसंख्यकों के लिए सब्सिडी लेकिन हिंदुओं के लिए नहीं?” दिप्रिंट वेबसाइट के मुताबिक, कर्नाटक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सचिव मनोज जैन ने मंगलवार को बताया, “पहले यह 2.5 लाख रुपये (सब्सिडी) थी, अब यह तीनों विभागों (एससी/एसटी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक) के लिए इस बजट में पेश की गई एक नई योजना है. अब हम 3 लाख रुपये तक सब्सिडी दे रहे हैं। 3 लाख रुपये के साथ, इस योजना को स्वालंबी सारथी कहा जाता है।”

स्वावलंबी सारथी योजना के मुताबिक, जिन लाभार्थियों को ऑटोरिक्शा/माल वाहन/टैक्सी की खरीद के लिए बैंक ऋण स्वीकृत किया गया है, उन्हें वाहन के मूल्य का 50 प्रतिशत या 3 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। हालांकि, अल्पसंख्यक विभाग के मुताबिक, आवेदकों या उनके परिवार के सदस्यों ने पिछले 5 वर्षों में KMDCL (कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम लिमिटेड) की किसी अन्य योजना (अरिवु योजना को छोड़कर) के तहत लाभ नहीं उठाया होना चाहिए।