सनातन डेंगू बुखार की तरह है जिसे खत्म करना है जरूरी: प्रकाश राज

सनातन डेंगू बुखार की तरह है जिसे खत्म करना है जरूरी: प्रकाश राज

फिल्म अभिनेता प्रकाश राज हमेशा राजनीतिक मसलों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। अब उन्होंने भी 'सनातन धर्म' को खत्म करने की बात कही है। एक कार्यक्रम के दौरान प्रकाश राज ने सनातन की तुलना डेंगू जैसी बीमारियों से की।

फिल्म अभिनेता प्रकाश राज हमेशा राजनीतिक मसलों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। अब उन्होंने भी ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने की बात कही है। एक कार्यक्रम के दौरान प्रकाश राज ने सनातन की तुलना डेंगू जैसी बीमारियों से की। हालांकि, यह पहली बार नहीं था कि वो इस मुद्दे पर कुछ कह रहे हों। इससे पहले भी ‘तनातन’ पर अपनी बात कहने के चलते विवादों में आ चुके हैं।

प्रकाश राज कार्यक्रम के दौरान कहा कि श्रीराम के जुलूस में 18 साल के युवाओं के हाथों में चाकू और तलवार देखकर दुख हुआ। उन्होंने कलबुर्गी में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यह सोचकर आश्चर्य होता है कि उनका ब्रेनवॉश किसने किया होगा।

उन्होंने कहा, “क्या 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना सनातन नहीं है? यह डेंगू बुखार जैसा है, जिसे खत्म किया जाना जरूरी है। हम किस देश में जी रहे हैं? बीआर आंबेडकर के चलते छुआछूत गलत हो गई, लेकिन लोगों की मानसिकता नहीं जा रही।”

इस दौरान उन्होंने एक मुस्लिम कंडक्टर का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा, “कर्नाटक में एक मुस्लिम बस कंडक्टर था, जिसने टोपी पहनी हुई थी। एक महिला ने उसे हटाने के लिए कहा। ऐसा बोलने वाले लोग भी होंगे। आस-पास कौन थे, जो यह सब होते हुए देख रहे थे? कोई कंडक्टर इयप्पा माला पहनेगा, तो उसे कंडक्टर के तौर पर देखेंगे या भक्ति के जरिए। एक कंडक्टर हनुमान टोपी पहनकर बस के सुरक्षित रूप से चलने की प्रार्थना करेगा।”

फिल्म अभिनेता ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि क्या हर कोई कपड़े उतार कर बैठ सकता है? सभी को अपने धर्मों का पालन करना चाहिए। इस देश में सभी को जीवित रहना चाहिए? समाज में सभी को रहना चाहिए। हालांकि, दूसरी तरफ, बीते रविवार को प्रकाश राज के कलबुर्गी आने को लेकर जमकर विरोध भी हुआ। कई हिंदू समूहों ने प्रदर्शन किया और कलेक्टर और उपायुक्त को मेमोरेंडम भी सौंपा था।

हिंदू समूहों ने प्रकाश राज के कथित ‘हिंदू विरोधी’ बयानों के खिलाफ प्रदर्शन किया और शहर में उनके प्रवेश पर रोक की मांग की। उस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। बता दें कि कुछ सप्ताह पहले ही प्रकाश कर्नाटक के शिवमोगा पहुंच थे। उनके जाने के बाद विरोध के रूप में संगठनों ने गोमुत्र का छिड़काव किया था। च