अब सुमित्रा महाजन बोलीं- BJP में जिन्हें तवज्जो नहीं मिला उसमें मैं भी शामिल हूं

अब सुमित्रा महाजन बोलीं- BJP में जिन्हें तवज्जो नहीं मिला उसमें मैं भी शामिल हूं

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती अपनी पार्टी की ओर से निकाली जा रही 'जन आशीर्वाद यात्रा' का निमंत्रण न मिलने से नाराज चल रही हैं।

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती अपनी पार्टी की ओर से निकाली जा रही ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ का निमंत्रण न मिलने से नाराज चल रही हैं। उमा भारती ने कहा है कि बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा का निमंत्रण उन्हें नहीं मिला है। अब अगर निमंत्रण मिलता भी है, तब भी वे यात्रा में शामिल नहीं होंगी।

भोपाल में एक कार्यक्रम में पहुंची उमा भारती से जब इसे लेकर सवाल किया गया, तो उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा कि मुझे यात्रा में कहीं भी नहीं बुलाया गया। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, हां लेकिन मेरे मन में एक सवाल जरूर आता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अगर उनकी सरकार बनवाई तो मैंने भी एक सरकार बनाकर दी थी। 2020 उपचुनाव के दौरान मुझे कोरोना हुआ था। 11 दिन ही हुए थे। पार्टी के नेताओं की अपील पर मैं चुनाव प्रचार में उतरी थी। बीजेपी को जीत मिलनी ही थी। लेकिन मेरी वजह से सीट में जरूर इजाफा हुआ है।

लेकिन अब पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और सात बार की सांसद सुमित्रा महाजन ने भी इशारों-इशारों में अपना दर्द व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग बीजेपी छोड़कर जा रहे हैं उनके लिए वह कुछ नहीं कह सकती हैं, लेकिन जो लोग सालों से बीजेपी में हैं और पार्टी के लिए काम करते आए हैं उन्हें पार्टी को तवज्जो देना चाहिए। महाजन यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि उन लोगों में मैं भी शामिल हूं।

दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषणा पत्र बनाया जा रहा है। यह घोषणा पत्र बीजेपी इंदौर के द्वारा आम जनों से उनकी सहमति और सुझावों के आधार पर बनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से कार्यक्रम समाप्ति के बाद पत्रकारों ने पूछा कि कई कार्यकर्ता और पुराने बीजेपी के नेता बीजेपी छोड़कर जा रहे हैं, जिनमें हाल ही में भंवर सिंह शेखावत का भी नाम शामिल है। इस पर सुमित्रा महाजन का क्या सोचना है।

उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि जो पार्टी छोड़कर जा रहा हैं वह चले जाएं उसमें सुमित्रा महाजन कुछ नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि इतना जरूर है कि जो बीजेपी में लंबे समय से काम करते आ रहे हैं पार्टी को उनके बारे में विचार करना चाहिए और उन लोगों में मेरा नाम भी शामिल है।

जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर में फिलहाल कैलाश विजयवर्गी के बेटे आकाश विजयवर्गीय इंदौर में बीजेपी के विधायक हैं। वहीं, विधानसभा क्रमांक चार में मौजूदा विधायक और पूर्व महापौर मालिनी गौड़ अपने बेटे एकलव्य गौड़ के लिए टिकट की दौड़ में शामिल हैं। इस तरह की बातें इंदौर में हो रही हैं। हालांकि, मालिनी गौड़ ने इस बात का खंडन किया है।

अब सवाल ये उठता है कि जब कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे को विधायक बना सकते हैं और सूत्रों के मुताबिक मालिनी गौड़ अपने बेटे के लिए भी टिकट की दावेदारी कर सकती हैं तो ऐसे में आखिर सुमित्रा महाजन पीछे क्यों रहें। क्योंकि सुमित्रा महाजन के पुत्र मंदार महाजन को अब कहीं ना कहीं ताई राजनीति में देखना चाहती हैं ऐसा राजनीति के जानकार मानते हैं।

इधर, पूर्व लोकसभा स्पीकर से जब पत्रकारों ने इस बारे में सवाल किया कि वन नेशन वन इलेक्शन पर उनकी क्या राय है तो सुमित्रा महाजन ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे में विचार किया है तो कहीं न कहीं उसे बात का महत्व समझना चाहिए। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि इसमें सभी की सहमति जरूरी है।