उदयनिधि को किसी ने हिटलर कहा तो किसी ने रावण, पर खड़गे के बेटे ने किया समर्थन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद देशभर में राजनीतिक गदर मचा हुआ है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद देशभर में राजनीतिक गदर मचा हुआ है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उदनिधि के बयाम का समर्थन किया है। हालांकि, उन्होंने अपने बयान में सनातन धर्म का सीधा नाम नहीं लिया।

लेकिन जब उनसे सनातन धर्म और उदयनिधि के बयान को लेकर पूछा गया तो कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खड़गे कहा, जो भी धर्म बराबरी को बढ़ावा नहीं देता और आपको मानव के तौर पर सम्मान नहीं देता, वह धर्म नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जो भी धर्म बराबरी का अधिकार नहीं देता है और आपके साथ इंसान जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी से कम नहीं है।

दरअसल, उदयनिधि ने इससे कहा था कि सनातन धर्म का सिर्फ विरोध नहीं बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए। पर जब उनसे अपने बयानों को लेकर दोबारा पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी कांग्रेस मुक्त भारत कहते हैं तो क्या वे कांग्रेसियों को मारने की बात करते हैं? उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “वे मेरे खिलाफ जो भी मामले दर्ज करेंगे, मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं। बीजेपी इंडिया गठबंधन से डरी हुई है और उसी को भटकाने के लिए वे यह सब कह रहे हैं। डीएमके की नीति एक वंश, एक भगवान की है।”

उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और कहा कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। मैं यह लगातार कहूंगा। कुछ लोग बचकाना हो रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार के लिए आमंत्रित किया है, जबकि अन्य कह रहे हैं कि द्रविड़म को खत्म कर दिया जाना चाहिए। क्या इसका मतलब यह है कि डीएमके के लोगों को खत्म कर देना चाहिए?”

इस पूरे मीमले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यह पार्टियों के एक समूह की मानसिकता है, जो इस देश के सामाजिक ताने-बाने की कीमत पर सत्ता में आने के लिए एक साथ हाथ मिला रहे हैं। यह बहुत स्पष्ट है कि यह अलोकतांत्रिक और मानवता विरोधी है। उदयनिधि हिटलर उनके लिए सही शब्द है।

उधर, बागेश्‍वर धाम के विवादों में रहने वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने उदयनिधि स्टालिन के बयान की तुलना रावण से की है। उन्‍होंने कहा है कि रावण के खानदान के लोग हैं, यदि ऐसा भारत में रहने वाले किसी भारतीय ने कहा, यह भारत में रहने वाले समस्त सनातनियों के दिल पर चोट पहुंचाई है। यह राम का देश है। राम के देश में सनातन जब तक पृथ्वी पर चल रहेगा और सूर्य रहेगा तब तक सनातन रहेगा। ऐसे बहुत लोग आए और चले गए। वैसे ज्यादा जानवरों को जवाब नहीं देना चाहिए।।