पेट की चर्बी दूर करनी है तो ये 5 अहम बातें गांठ बांध लें

पेट की चर्बी दूर करनी है तो ये 5 अहम बातें गांठ बांध लें

मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो बिना किसी मेहनत के कम नहीं हो सकता। अगर कोई समझता है कि बस बैठे-बैठे ही उनका वजन कम हो जाए तो यह सिर्फ सपनों में ही संभव है।

मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो बिना किसी मेहनत के कम नहीं हो सकता। अगर कोई समझता है कि बस बैठे-बैठे ही उनका वजन कम हो जाए तो यह सिर्फ सपनों में ही संभव है। क्योंकि रियल लाइफ में मोटापा या पेट की चर्बी कम करने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। मोटापा और पेट की चर्बी दूर करने के लिए आपको डाइटिंग करनी पड़ती। हालांकि, पेट की चर्बी को हम इन पांच आसान टिप्स से भी कंट्रोल कर सकते हैं।

प्रोटीन का सेवन

हम सभी को शाम 4 बजे के आसपास तेज भूख लगती है। उस समय भूख मिटाने के लिए आलू के चिप्स खाने से परहेज करें। इसके बजाय प्रोटीन बार, लो फैट चीज या थोड़े-से बादाम का सेवन करें। ऐसे खाद्य पदार्थ मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में मदद करते हैं।

शक्कर का सेवन

अगर आप छर्हरा और सपाट पेट चाहते हैं तो मीठा खाने से बचें। ऐसा करने से आपके शरीर में इन्सुलिन का स्तर नीचे व ग्लूकागॉन (एक प्रकार का हार्मोन) का स्तर ऊपर रहेगा। ग्लूकागॉन पेट की चर्बी को घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

दिल खोलकर हंसें

खुश रहना अपने आप में एक हजारों बीमारियों का इलाज है। टेंशन से भी मोटापा बढ़ता है पर ये बात कम लोग जानते हैं। क्या आप जानते हैं कि जोर से हंसने से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसलिए आप जितना ज्यादा हंसेंगे, आपके पेट की मांसपेशियां उतनी अधिक टोन्ड होंगी।

सही क्रम का पालन

पेट की चर्बी को कम करने के लिए संतुलित भोजन लेने के साथ-साथ सही क्रम में वर्कआउट करना भी जरूरी है। इसके लिए कार्डियो, फिर मसल्स बिल्डिंग एक्सरसाइजेस और अंत में क्रंचेज करें। सबसे अहम बात ये कि उतना ही भोजन का सेवन करें जितना एनर्जी आपका बॉडी खर्च करता है।

खाना चबाकर खाएं

जब डायनिंग टेबल पर मम्मी-पापा खाना चबाकर खाने के लिए कहते हैं तो अक्सर हमें गुस्सा आ जाता है। जबकि सच्चाई यह है वे आपके भले के लिए ऐसा कहते हैं। भोजन चबाकर खाने से पाचन की प्रक्रिया बेहतर होती है, जिससे पेट फूलता नहीं है। हाजमा ठीक रहता है और चर्बी नहीं बनने देता।

नोट: यह एक सामान्य जानकारी है। लेख किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर है।