चीन ने हजारों किलोमीटर जमीन पर कर लिया है कब्जा, लद्दाख में बोले राहुल गांधी

लद्दाखी लोगों की जमीन छीन अडानी को देना चाहती है भाजपा: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों लद्दाख दौरे पर हैं। वहां वे जगह-जगह जाकर लोगों से मिल रहे हैं। बाइक राइडिंग कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने शुक्रवार को करगिल में एक जनसभा को भी संबोधित किया।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों लद्दाख दौरे पर हैं। वहां वे जगह-जगह जाकर लोगों से मिल रहे हैं। बाइक राइडिंग कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने शुक्रवार को करगिल में एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि लद्दाख एक रणनीतिक जगह है। यहां आने पर खासतौर पर मैं जब पैंगोंग झील पर था, एक बात साफ है कि चीन ने भारत की जमीन ली है। हजारों किलोमीटर जमीन चीन ने छीनी है। उन्होंने कहा, “यह झूठ है क्योंकि चीन ने हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है।”

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, “लद्दाख एक रणनीतिक स्थान है। खासकर, जब मैं पैंगोंग त्सो झील पर था, यह स्पष्ट है कि चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन हड़प ली है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष की बैठक में कहा कि लद्दाख की एक इंच जमीन किसी ने नहीं ली है। यह एक झूठ है।” उन्होंने कहा, ”लद्दाख का हर व्यक्ति जानता है कि चीन ने भारत की जमीन ले ली है और प्रधानमंत्री बोलने को तैयार नहीं हैं।”

बता दें कि 20 अगस्त को राहुल गांधी ने पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र का दौरा किया था और अपने दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्मदिन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने युद्धों के दौरान लद्दाख के लोगों की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “आपकी (लद्दाख) और कारगिल में भूमिका, जब भी भारत को आपकी आवश्यकता हुई है, जब भी सीमाओं पर युद्ध हुआ है, तब कारगिल के लोग एक स्वर में भारत के साथ खड़े हुए हैं। ऐसा आपने एक बार नहीं, कई बार किया है।”

राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा पर चर्चा करते हुए कहा कि यात्रा का मकसद बीजेपी और आरएसएस के लोगों द्वारा फैलाई जा रही नफरत और हिंसा को खत्म करना है। ‘हमने नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोली है’ नारे के साथ प्यार फैलाकर इसे ख़त्म करने की कोशिश की।”

कांग्रस नेता ने कहा कि यात्रा श्रीनगर में समाप्त नहीं होनी थी और इसे लद्दाख आना था “लेकिन उस समय सर्दी थी और भारी बर्फबारी थी और प्रशासन ने भी हमें न आने की सलाह दी।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन लद्दाख पहुंचना हमारा मकसद था, हमने एक कदम उठाया और मैं लद्दाख के सभी कोनों में गया, पदयात्रा से नहीं बल्कि बाइक से।”

उन्होंने कहा कि उन्होंने लद्दाख में कई लोगों से बात की और उनके दिल की बात समझने की कोशिश की। उन्होंने प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो प्रसारण कार्यक्रम ‘मन की बात’ को लेकर बिना उनका नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा, ”एक और नेता हैं, जो अपने ‘मन की बात’ करते रहते हैं, लेकिन मैंने सोचा कि आपके दिल की बात सुनूं।”

उन्होंने कहा, “एक बात स्पष्ट है, महात्मा गांधीजी और कांग्रेस की विचारधारा लद्दाख के लोगों के खून और डीएनए में है।”

कांग्रेस नेता ने लेह, लद्दाख क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा, “आप सभी ने मुझे बताया कि आपकी आवाज़ को दबाया जा रहा है। आप केंद्र शासित प्रदेश बन गए, लेकिन आपको अपना अधिकार नहीं मिला। आप लोगों ने यह भी कहा कि आपसे किया गया रोजगार का वादा झूठा था। अगर हम लद्दाख में किसी भी युवा से बात करें तो वे कहेंगे कि लद्दाख बेरोजगारी का केंद्र है। आप लोगों ने क्षेत्र में कमजोर मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी कहा है।”

फिर उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख के लोगों ने उन्हें स्थानीय हवाई अड्डे की मौजूदगी के बारे में भी बताया लेकिन यहां कोई हवाई जहाज नहीं आता है। मैंने आपकी आवाज़ सुनने की कोशिश की और कांग्रेस आपके साथ खड़ी है और हम आपकी ज़मीन, आपके अधिकारों के लिए आपके संघर्ष में साथ हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि लेह शीर्ष निकाय और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस ने कुछ मांगें रखी हैं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमने आपकी मांगों का समर्थन किया है।

राहुल गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लद्दाखी लोगों की जमीन छीनकर उसे अडानी ग्रुप को देना चाहती है। उन्होंने कहा, “बीजेपी के लोग जानते हैं कि अगर आपको प्रतिनिधित्व दिया गया तो वे आपकी जमीन नहीं छीन पाएंगे, यह सब जमीन के बारे में है।” उन्होंने आगे कहा, “वे (बीजेपी) आपकी ज़मीन छीनना चाहते हैं और अडानी समूह को देना चाहते हैं ताकि वह अपनी संयंत्र स्थापित कर सके, लेकिन आपके साथ कोई लाभ साझा न करें। लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”