आखिर क्या काला पीलिया? जानें कारण और बचाव का तरीका

आखिर क्या है काला पीलिया? जानें कारण और बचाव का तरीका

मशहूर हरियाणवी सिंगर राजू पंजाबी की लिवर में खतरनाक इंफेक्शन के चलते बीते दिनों मौत हो गई। राजू पंजाबी की उम्र महज 40 साल थी। बताया जा रहा है कि सिंगर काला पीलिया बीमारी से जूझ रहे थे...

मशहूर हरियाणवी सिंगर राजू पंजाबी की लिवर में खतरनाक इंफेक्शन के चलते बीते दिनों मौत हो गई। राजू पंजाबी की उम्र महज 40 साल थी। बताया जा रहा है कि सिंगर काला पीलिया बीमारी से जूझ रहे थे और उनके पेट में पानी भर गया था। कई दिनों तक इलाज के बाद भी उनकी जान नहीं बच सकी।

राजू पंजाबी की मौत के बाद लोग पूछ रहे हैं कि आखिर काला पीलिया किस तरह की बीमारी है। साथ ही यह डिजीज कैसे फैल सकती है और इससे किस तरह बचा जा सकता है। न्यूज 18 ने इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें यह बताया गया है कि ये बीमारी किस वजह से होती है और यह शरीर के किन अंगों को डैमेज करती है।

डॉ. सोनिया रावत नई दिल्ली स्थित सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर हैं। डॉ. सोनिया के मुताबिक, काला पीलिया लिवर में होने वाला एक इंफेक्शन है, जो हेपेटाइटिस सी वायरस की वजह से होता है। हेपेटाइटिस के इंफेक्शन की वजह से शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है और व्यक्ति की आंखें, नाखून और पेशाब पीली हो जाती है। इसकी वजह से स्किन डार्क हो जाती है और यह कंडीशन पीलिया में बदल जाती है।

डॉ. सोनिया का मानना है कि पीलिया का सही समय पर इलाज न कराने से इंफेक्शन बढ़ जाता है और इस कंडीशन को काला पीलिया कहा जाता है। जब लिवर में हेपेटाइटिस का इंफेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तब लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर की नौबत आ जाती है। ऐसे मामलों में लोगों की मौत हो जाती है। काला पीलिया बॉडी फ्लूड से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। यह ब्लड, यौन संबंध और यूज्ड सिरिंज के इस्तेमाल से भी फैल सकता है। यह गर्भवती महिलाओं से बच्चे में फैल सकता है।

डॉ. सोनिया रावत कहती हैं कि काला पीलिया होने पर लोगों की आंखें। नाखून, हथेली और पेशाब का रंग बेहद पीला हो जाता है। स्किन का कलर डार्क होने लगता है और स्किन पर खुजली की समस्या हो जाती है। स्किन को थोड़ा-सा दबाने पर नीले निशान हो जाते हैं। कई बार इस बीमारी की वजह से पेट और पैरों में पानी भर जाता है। इसके अलावा पीलिया होने पर लोगों को भूख नहीं लगती और वजन तेजी से कम होने लगता है। अत्यधिक थकान महसूस होती है और सिरदर्द व उल्टी की परेशानी भी हो जाती है। ये सभी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए, वरना लिवर डैमेज हो सकता है।

डॉक्टर्स की माने तो काला पीलिया एक खतरनाक इंफेक्शन है, जो कई मामलों में जानलेवा हो सकता है। अगर इलाज की बात करें, तो मरीज की कंडीशन और लक्षणों के आधार पर ट्रीटमेंट किया जाता है। काला पीलिया से बचने के लिए आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर किसी व्यक्ति को यह बीमारी हो, तो उससे दूरी बनाएं और उसके सामान को इस्तेमाल न करें। परिवार में किसी को संक्रमण हो, तो अपनी जांच कराएं। यूज्ड सिरिंज इस्तेमाल न करें और पीलिया होने पर डॉक्टर से मिलकर प्रॉपर ट्रीटमेंट कराएं, ताकि सही समय पर बीमारी को कंट्रोल किया जा सके। सावधानी ही बचाव का अच्छा तरीका है।