सुप्रिया सुले का दावा, कहा- NCP में नहीं हुई टूट, अजित पवार पार्टी के सीनियर नेता

सुप्रिया सुले का दावा, कहा- NCP में नहीं हुई टूट, अजित पवार पार्टी के सीनियर नेता

शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने अजित पवार गुट को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि एनसीपी में कोई टूट नहीं हुई।

शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने अजित पवार गुट को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुप्रिया सुले ने कहा है कि एनसीपी में कोई टूट नहीं हुई है। इतना ही नहीं सुले ने ये भी कहा है कि अजित पवार पार्टी के सीनियर नेता हैं, जिन्होंने अलग रुख अपनाया है।

सुप्रिया सुले ने ये बातें पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा। उन्होंने कहा कि एनसीपी में टूट नहीं हुई है। बस हमारी पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग स्टैंड लिया है। हमने इस बारे में विधानसभा स्पीकर से भी शिकायत की है। अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने अलग स्टैंड लिया है। शरद पवार हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जयंत पाटिल प्रदेश अध्यक्ष हैं।

जैसा कि मालूम है कि 2 जुलाई को अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर दी थी और महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। जबकि उनके साथ 8 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।

तब अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। इस मामले में दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग का भी रुख किया है। सुप्रिया सुले का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि ये बयान ऐसे वक्त पर आया, जब एनसीपी चीफ शरद पवार भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी को फिर से खड़ा करने की चुनौती से जूझ रहे हैं।

हालांकि, बगावत के बाद अजित पवार चार बार अपने चाचा शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं। हर बार शरद पवार ने इसे पारिवारिक बैठक बताया है। महाराष्ट्र में 2019 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इस दौरान बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी। 288 सीटों वाले राज्य में कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई थीं।

बीजेपी और शिवसेना ने एकसाथ मिलकर ये चुनाव लड़ा था। हालांकि, नतीजों के बाद दोनों पार्टियों के बीच सीएम पद को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद अजित पवार शरद पवार से बगावत कर देवेंद्र फडणवीस के साथ आ गए थे और उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। हालांकि, दो दिन बाद ही समर्थन न जुटा पाने के बाद अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया था।

इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इस सरकार में उद्धव ठाकरे सीएम और अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे। हालांकि, शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट ने बगावत कर दी थी। इसके बाद शिंदे ने पिछले साल जून में 40 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी।