बिहार में झमाझम बारिश के बीच कोसी नदी में कटाव तेज, 30 घर पानी में विलीन

बिहार में झमाझम बारिश के बीच कोसी नदी में कटाव तेज, 30 घर पानी में विलीन

कोसी नदी में कटाव तेज हो गया है। सुपौल जिले के किशनपुर में कोसी का भारी कहर देखने को मिला है। मौजहा पंचायत के वार्ड 8 में 24 घंटे के भीतर 30 घर कटकर कोसी नदी में विलीन हो गए हैं। कटाव की तेज रफ्तार देखकर लोग दहशत में हैं।

बिहार के कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। बुधवार को राजधानी पटना में मूसलाधार वर्षा हुई। वहीं, राज्य के वैशाली जिले में ठनका गिरने से पति-पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने महुआ ताजपुर मुख्य सड़क को जाम कर दिया। घटना हरपुर बेलवा टारा चौक की है। ठनका गिरने के कारण झोपड़ीनुमा घर जलकर खाक हो गया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राज्य में बुधवार को कई जिलों में झमाझम बारिश होगी। वहीं, सूबे के कई इलाकों में भारी वर्षा हुई भी है।

बुधवार यानी आज भी प्रदेश के अधिकांश भागों में मध्यम से तेज स्तर की बारिश के साथ बिजली चमकने, मेघ गर्जन और वज्रपात का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून द्रोणी रेखा फिलहाल अमृतसर, करनाल, लखनऊ, गया, मालदा और वहां से पूर्व की ओर असम से होते हुए नागालैंड तक प्रभावी है। इस कारण ही भारी बारिश होने की संभावना है। आज 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है।

दूसरी तरफ, कोसी नदी में कटाव तेज हो गया है। सुपौल जिले के किशनपुर में कोसी का भारी कहर देखने को मिला है। मौजहा पंचायत के वार्ड 8 में 24 घंटे के भीतर 30 घर कटकर कोसी नदी में विलीन हो गए हैं। कटाव की तेज रफ्तार देखकर लोग दहशत में हैं। कटाव की तेज धार में सुरेश यादव, चन्देश्वरी यादव, बचकेन यादव, जोगी महतो, वासुदेंव सदा, मदन सदा, रमेश सदा, राम महतो, मशहरू महतो सहित दो दर्जन लोगों के 30 घरों का नामोनिशान मिट गया। कटाव की तेज रफ्तार देखकर लोगों के सामने अपनी जान बचाने की मुश्किल खड़ी हो गई है।

मंगलवार रात कोसी नदी के आक्रमक रूप देखकर लोग भयभीत हो गए। इसी दौरान बुधवार सुबह कटाव स्थल से विस्थापित परिवार सामान लादकर निकलने लगे। उनकी नाव भी कोसी के तेज धारा में डूब गई। गनीमत रही कि नाव पर सवार दो लोग तैरकर किसी तरह बाहर निकल गए। कोसी नदी में डूबी नाव का कोई पता नहीं चल पाया है। कटाव स्थल से पीड़ित परिवार घरों से सामान निकालकर नाव के अभाव में गर्दन भर पानी में पैदल ही अपनी जान जोखिम में डालकर बाहर निकल रहे हैं।

घर से निकल कर खुले आसमान के नीचे लोगों ने रात बिताई। 16 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार को देखने तक नहीं पहुंचे। इससे लोगों में गुस्सा भी है। बताया जा रहा है कि मौजहा दुबियाही मुख्य सड़क चार जगह पर कोसी नदी में कटकर ध्वस्त हो गई है। जहां आवागमन की समस्या से लोग परेशान हैं। कमर भर पानी में अपनी जान जोखी में डालकर गंतव्य स्थान तक जाना पड़ रहा है।