शोएब अख्तर ने कोहली और रोहित के मुकाबले धोनी को बताया बेस्ट कप्तान

शोएब अख्तर ने कोहली और रोहित के मुकाबले धोनी को बताया बेस्ट कप्तान

इंडियन क्रिकेट टीम ने आखिरी बार आईसीसी ट्रॉफी साल 2013 में जीती थी। बीते दल सालों इंडियन टीम आईसीसी टूर्नामेंट्स के नॉकआउट तक तो पहुंची है पर खिताब तक नहीं पहुंच पाई।

इंडियन क्रिकेट टीम ने आखिरी बार आईसीसी ट्रॉफी साल 2013 में जीती थी। बीते दल सालों इंडियन टीम आईसीसी टूर्नामेंट्स के नॉकआउट तक तो पहुंची है पर खिताब तक नहीं पहुंच पाई। कप्तान बदला गया, लेकिन टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है।

तीन आईसीसी ट्रॉफी पर इंडियन क्रिकेट टीम ने 2007 से लेकर 2013 के बीच में कब्जा जमाया था और इसके बाद से दस सालों से एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीता है। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इसको लेकर अपना व्यू रखा है। अख्तर ने बताया कि क्यों पिछले दस सालों में टीम इंडिया दमदार टैलेंटेड खिलाड़ियों के होने के बावजूद आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाया है।

पाकिस्तान के जानमाने क्रिकेटर शोएब अख्तर का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे कप्तान थे, जो पूरी टीम का दबाव खुद पर ले लेते थे। जब अख्तर से बैक स्टेज विद बोरिया एपिसोड में यह सवाल किया गया कि विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे बड़े नाम होने के बावजूद भारत 2013 के बाद से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीता है, सेमीफाइनल में पहुंचा, फाइनल में पहुंचा, लेकिन खिताब तक नहीं पहुंच पाया।

अख्तर ने इसको लेकर अपनी बात खुलकर रखी। उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी ऐसा कप्तान था, जो पूरी टीम का प्रेशर खुद पर ले लेते थे। अख्तर ने कहा, “एक बंदा था, जो प्रेशर ले लेता था, पूरी की पूरी टीम का अपने ऊपर। उसका नाम धोनी था, आप यह बात मानो, एक कप्तान ही होता है, जो ना पूरी की पूरी टीम को अपने पीछे छुपा लेता है, ऐसे ही है ना। मुझे लगा कि रोहित एक शानदार व्यक्ति हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “कप्तानी में वह पैनिक करते हैं और उनसे पैनिक हो जाता है। ये थोड़े सख्त अल्फाज हो जाएंगे, पर मुझे लगता है कि उन्हें कप्तानी नहीं लेनी चाहिए थी। जितना टैलेंट रोहित शर्मा के पास है, उतना टैलेंट तो विराट के पास भी नहीं है, जो टाइमिंग उसके पास है, जो शॉट्स वो मार सकता है, वो तो कोई और नहीं कर सकता। वह क्लासिकल सा बल्लेबाज है। लेकिन क्या वह कप्तानी के लिए बना है?”

शोएब अख्तर ने आगे कहा, “मैं इसको लेकर खुद से कई बार सवाल करता हूं। क्या वह क्रिटिकल सिचुएशन में अच्छे से रिऐक्ट करता है? मैं खुद से यह सवाल पूछता हूं। उसके पीछे होम क्राउड है, उसके पीछे टीम खड़ी है, उसके पीछे उसका टैलेंट भी है, लेकिन 2013 के बाद मुझे लगता है कि भारत की कप्तानी के साथ दिक्कत रही है।”

फिर उन्होंने कहा, “विराट कोहली बहुत एग्रेसिव हो जाते थे, रोहित बहुत पैनिक हो जाते हैं, और इसके अलावा सबसे ज्यादा दोष मीडिया का है, जो आपके ऊपर प्रेशर का पहाड़ गिरा देता है।’ अख्तर ने कहा, ‘मीडिया ऐसे दिखाता है कि टीम इंडिया तो जैसे हार ही नहीं सकती। अरे क्यों नहीं हार सकती है, आप सबसे ज्यादा पैसे लगाते हो।”