पत्रकार की गोली मारकर हत्या, भाई के मर्डर केस में थे गवाह

पत्रकार की गोली मारकर हत्या, भाई के मर्डर केस में थे गवाह

बिहार के अररिया जिले में एक सनसनीखेज घटना सामने आया है। जिले के रानीगंज में बेखौफ बदमाशों ने एक अखबार के पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना का समय शुक्रवार अहले सुबह बताया जा रहा है।

बिहार के अररिया जिले में एक सनसनीखेज घटना सामने आया है। जिले के रानीगंज में बेखौफ बदमाशों ने एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी है। घटना का समय शुक्रवार अहले सुबह बताया जा रहा है। स्थानीय खबरों के मुताबिक, बदमाश बाइक पर सवार होकर आए और पत्रकार के घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। गोली लगने से पत्रकार विमल कुमार की मौके पर ही मौत हो गई।

परिजनों का कहना है कि बदमाशों ने सुबह-सुबह उनके घर का दरवाजे पर आकर दस्तक दी। फिर आवाज देकर बाहर बुलाया। विमल ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला, बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना रानीगंज थाना क्षेत्र बेलसरा के हीरो शोरूम के पीछे स्थित घर का है। हत्या के बाद से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। विमल के 15 साल का बेटा और 13 साल की बेटी है।

बताया जा रहा है कि विमल कुमार के भाई की भी 2019 में हत्या हुई थी। इस केस में वे इकलौते गवाह थे। फिलहाल विमल कुमार की हत्या को इसी एंगल से देखा जा रहा है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल ले जाया गया। जांच के बाद ही हत्या की असली वजह सामने आ पाएगी।

दरअसल, दो साल पहले उनके सरपंच भाई की इसी तरह कुछ बदमाशों ने हत्या कर दी थी। वारदात के वे मुख्य गवाह थे और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुख्य गवाह होने के कारण बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। कारण बदमाशों द्वारा कई बार गवाही नहीं देने से रोका था, बावजूद इसके कोर्ट में चल रहे ट्रायल के दौरान इन्होने अपने भाई के हत्यारे के खिलाफ गवाही दी थी।

शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल लाया गया है और विमल कुमार यादव अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी और पत्नी को छोड़ गए हैं। घटना के संदर्भ में मृतक की पत्नी पूजा देवी ने बताया कि सुबह में घर का दरवाजा पीटकर उनके पति का नाम लेकर हल्ला किया जा रहा था। दोनों उठकर वह घर का दरवाजा और ग्रिल खोल रही थी। इसी क्रम में उसके पति मुख्य गेट खोलकर जैसे दरवाजे पर पहुंचे की गोली चलने की आवाज हुई।

इसके बाद उनके पति ने हल्ला कर उसे आवाज दिया। जब वह दौड़ कर वहां पहुंची तो पति को खून से लथपथ पाया और उन्होंने गोली मारने की जानकारी दी। सुबह के वेला में अधिक लोग बाहर नहीं थे। जिसके बाद वह चिल्लाकर अगल बगल के लोगों को जानकारी दी और फिर मौके पर लोग जमा हुए और रानीगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई।

घटना के बाद रानीगंज थाना अध्यक्ष कौशल कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंची और शव को लेकर पहले रानीगंज रेफरल अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उसके बाद भारी भीड़ को देखते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेज दिया गया।

पूजा देवी ने बताया कि दो साल पहले उनके देवर गब्बू यादव की भी बदमाशों ने इसी तरह हत्या कर दी थी और मामले में उनके पति विमल कुमार यादव मुख्य गवाह थे।केस ट्रायल पर कोर्ट में चल रहा था। जिसमें बदमाशों के द्वारा बार बार इसे गवाही देने से मना किया जा रहा था और कुछ दिन पहले ही इन्होंने कोर्ट में गवाही दी थी। ऐसी आशंका व्यक्त की कि उनके देवर के हत्यारे ने ही उनके पति की हत्या करने के घटना को अंजाम दिया।