राजस्थान में BJP ने बनाई वसुंधरा के दूरी, दो चुनाव समितियों से नाम गायब

राजस्थान में BJP ने बनाई वसुंधरा के दूरी, दो चुनाव समिति से नाम गायब

भाजपा ने गुरुवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर दो अहम समितियों के गठन का ऐलान किया है। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की।

भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर दो अहम समितियों के गठन का ऐलान किया है। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई।

जैसा कि मालूम है कि चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। दूसरी तरफ, संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है।

वर्तमान में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि, तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

हालांकि, हाल ही प्रदेश में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाओं में वसुंधरा की सक्रिय भागीदारी के बाद उनके प्रशंसक खासे खुश नजर आ रहे थे। खासतौर पर अजमेर की महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दी गई तव्वजों के बाद वसुंधरा खेमा खास उत्साहित था। प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और प्रदेश संकल्प पत्र समिति के ऐलान के बाद प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने मीडिया से बातचीत की।

बातचीत में जब उनसे वसुंधरा राजे की भूमिका पर सवाल पूछा गया तो वो साफगोई से उनके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने की बात कहते हुए जवाब टाल गए। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्राओं में वसुंधरा राजे समेत सभी बड़े नेताओं के शामिल होने की बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी के तमाम बड़े नताओं को अहम जिम्मेदारियों दी जाएगी, आगे आने वाले समय में सभी नेताओं एकजुट होकर पार्टी के कार्यक्रमों में नजर आएंगे।

पार्टी की दोनों अहम समितियों के गठन में राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कई शीर्ष नेताओं को जगह नहीं दी गई है। वसुंधरा राजे के नाम के साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां के नाम भी मिसिंग हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के कई शीर्ष नेताओं के नाम सीएम उम्मीदवार के रूप में चर्चा में हैं। इनमें वसुंधरा. राठौड़ और पूनियां का नाम भी लिखा जा रहा था। हालांकि, वसुंधरा को इन दोनों समितियों में कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर सियासी गलियारों में कई कयास लगाए जा रहे हैं।