अब मोदी सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदला, कांग्रेस हुई हमलावर

अब मोदी सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदला, कांग्रेस हुई हमलावर

अब केंद्र की मोदी सरकार ने नेहरू मेमोरियल (एनएमएमएल) का नाम बदल दिया है। नेहरू मेमोरियल अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) नाम से जाना जाएगा।

अब केंद्र की मोदी सरकार ने नेहरू मेमोरियल (एनएमएमएल) का नाम बदल दिया है। नेहरू मेमोरियल अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) नाम से जाना जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप दिया गया। लेकिन नाम बदलने के बाद विवाद शुरू हो गया है। मोदी सरकार के इस फैसले से कांग्रेस पार्टी बुरी तरह से भड़क गई है। कांग्रेस नेता इसे पंडित जवाहरलाल नेहरू की विरासत मिटाने का प्रयास बता रहे हैं। वहीं, सरकार ने इस फैसले का बचाव करते हुए अपने तर्क दिए हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि मोदी के पास भय, कठिनाई और असुरक्षा का एक बड़ा बंडल है। खासतौर पर जब बात भारत के पहले और सबसे लंबे समय तक देश सेवा करने वाले प्रधान मंत्री नेहरू की होती है, तो वे चीजें साफतौर पर नजर आ जाती हैं। जयराम ने आरोप लगाया कि उनका (BJP) एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, बदनाम करना और नुकासाान पहुंचाना है।

हालांकि, कांग्रेस की आलोचना पर पीएमएमएल कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई भी नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) आएगा तो उसे तीन मूर्ति भवन भी जरूर दिखेगा। यहां आपको नजर आएगा कि कैसे हमने नेहरू, आधिुनिक भारत पर उनके मंदिरों, हिराकुंड बांध, नागार्जुन सागर बांध, प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करने के उनके विचार को प्रदर्शित किया है।

उन्होंने आगे कहा कि यदि आप अब नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) में आएं, आप तीन मूर्ति भवन देखेंगे- हमने कैसे नेहरू, आधुनिक भारत के उनके मंदिरों, हीराकुंड बांध, नागार्जुन सागर बांध, प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करने के उनके विचार को प्रदर्शित किया है। योजना आयोग – प्रधान मंत्री के रूप में 17 वर्षों के कार्यकाल में, उन्होंने इस राष्ट्र के जीवन के विभिन्न पहलुओं में जो अभूतपूर्व काम किया, वह सब अब प्रदर्शित है।

दरअसल, 16 जून 2023 को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) सोसायटी की एक विशेष बैठक में नाम बदलने का फैसला लिया गया था। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी, जो सोसायटी के उपाध्यक्ष भी हैं। नेहरू मेमोरियल का नाम अब बदलकर पीएम म्यूजियम और लाइब्रेरी कर दिया गया है।

आपको बता दें कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है, जोकि दिल्ली के तीन मूर्ति मार्ग पर स्थित है, जहां देश के पत्रकार, लेखक, रिर्सच स्टूडेंट नेहरू के समय की सरकारों और उनकी नीतियों व समकालीन देशों की किताबों को पढ़ते हैं।

इस सोसाइटी में एक अध्यक्ष और 29 सदस्य हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। यह भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का घर था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी।