लाल किले पर प्रधानमंत्री मोदी ने फहराया तिरंगा, मणिपुर पर कही ये बातें

लाल किले पर प्रधानमंत्री मोदी ने फहराया तिरंगा, मणिपुर पर कही ये बातें

देशभर में आज 77वां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परंपरा के मुताबिक लाल किले पर सुबह 7.30 बजे झंडारोहण किया। लाल किला पहुंचने से पहले मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।

देशभर में आज 77वां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परंपरा के मुताबिक लाल किले पर सुबह 7.30 बजे झंडारोहण किया। लाल किला पहुंचने से पहले मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।

उन्होंने लाल किले पर गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ध्वजारोहण के बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा फूलों की बारिश की गई। परंपरा के मुताबिक, लाल किले पर प्रधानमंत्री का भाषण, राष्ट्रगान होता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। समारोह के अंत में तिरंगे वाले गुब्बारे आसमान में छोड़े जाते हैं।

आइए, प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की कुछ बड़ी बातों पर एक नज़र डालते हैं। उन्होंने मणिपुल को लेकर कहा, “कुछ दिनों से मणिपुर से लगातार शांति की खबर आ रही है,देश मणिपुर के लोगों के साथ है…समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार समाधान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।”

पीएम मोदी ने कहा कि 25 साल से देश में चर्चा चल रही थी कि नया संसद भवन बनेगा। यह मोदी है जिसने समय के पहले संसद बनाकर रख दिया। यह एक ऐसी सरकार है जो काम करती है, जो निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करती है। ये नया भारत है। यह एक ऐसा भारत है जो आत्मविश्वास से भरा है…ये भारत ना रुकता है, ना थकता है, ना हांफता है और ना ही हारता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि नागरिक उड्डयन में सबसे ज्यादा पायलट भारत में हैं। चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं। जी20 देश भी महिला नेतृत्व वाले विकास के महत्व को पहचान रहे हैं।

फिर उन्होंने कहा, “वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था। हमने वह मानसिकता बदल दी। वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं। आप सीमा पर जो देख सकते हैं वह मेरे देश का पहला गांव है…मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं। वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं।”

प्रधानमंत्री ने देश से कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा। मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं…लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है – भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।”

उन्होंने आगे कहा, “अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से आपको फिर प्रगति, सफलता, उपलब्धियां बताऊंगा। मेरे प्रियजनो, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं। मुझे सपना आता है, आपके लिए आता है। पसीना बहता हूं तो आपके लिए। इसलिए नहीं कि आपने मुझे दायित्व दिया है, बल्कि इसलिए कि आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं।”

फिर प्रधानमंत्री ने कहा, “चलता-चलाता काल चक्र, अमृत काल का भाल चक्र, सबके सपने अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीति नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।”

उन्होंने ये भी कहा कि मैं पिछले 1000 वर्षों की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है। अभी हम जिस युग में जी रहे हैं इस युग में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो निर्णय लेंगे, वह स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा।

उन्होंने बताया कि 2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई। हम जल्द ही विश्व की तीन बड़ी इकोनॉमी में से एक होंगे।