नूंह हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप

नूंह हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी गिरफ्तार, भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप

नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार (15 अगस्त) को पुलिस ने फरीदाबाद स्थित उसके घर से उसे गिरफ्तार किया।

नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार (15 अगस्त) को पुलिस ने फरीदाबाद स्थित उसके घर से उसे गिरफ्तार किया। बजरंगी पर आरोप है कि उसने मेवात के मुस्लिमों से कहा था कि मैं ससुराल आ रहा हूं। अपने जीजा का स्वागत नहीं करोगे क्या? इसको लेकर फरीदाबाद पुलिस उसे पहले गिरफ्तार भी कर चुकी है। जैसा कि मालूम है कि विश्व हिंदू परिषद यात्रा पर पथराव होने के बाद नूंह में हिंसा शुरू हुई थी।

दरअसल, ब्रजमंडल शोभायात्रा से पहले बिट्टू बजरंगी ने ही सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ पोस्ट किए थे। बिट्टू बजरंगी को लेकर सबसे पहले आज तक ने ही खुलासा किया था। नूंह हिंसा मामले में बजरंग दल के बिट्टू बजरंगी को सीआईए तावडू ने गिरफ्तार किया है। नूंह के थाना सदर में विभिन्न धाराओं के तहत बिट्टू बजरंगी पर मामला दर्ज किया गया था।

एएसपी उषा कुंडू की शिकायत पर बिट्टू बजरंगी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि नूंह हिंसा मामले में बिट्टू बजरंगी पर यह धाराएं 148,149,332,353,186,395,397,506,25,54,59 लगाई गई हैं। नूंह सदर थाने में मुकदमा नंबर 413 उसके खिलाफ दर्ज किया गया था।

गौरतलब है कि हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी। लेकिन बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था। देखते ही देखते यह दो समुदायों की हिंसा में बदल गई। माहौल इतना गर्मा गया कि सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई। साइबर थाने पर भी हमला किया गया। फायरिंग भी हुई। पुलिस पर भी हमला हुआ। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई।

नूंह-मेवात से शुरू होते हुए आसपास के जिलों को भी सुलगाने वाली इस हिंसा के लिए एक पक्ष गोरक्षक बिट्टू बजरंगी को जिम्मेदार ठहरा रहा था। बिट्टू बजरंगी ने नूंह में 31 जुलाई को हुई ब्रज मंडल यात्रा में हिस्सा लिया था। बिट्टू बजरंगी ने आजतक को दिए इंटरव्यू में अपना भी पक्ष रखा था। इस दौरान बिट्टू ने बताया कि कैसे नूंह में हिंसा फैली?

बजरंगी से जब पूछा गया कि ब्रज मंडल यात्रा के दौरान कुछ लोग तलवार लेकर पहुंचे थे, इस पर उन्होंने कहा, ये तलवारें पूजा के लिए थीं। बिट्टू बजरंगी ने आजतक से बातचीत में कहा था कि हर साल की तरह इस साल भी हमने शोभा यात्रा निकाली थी। यात्रा का नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर तक और वहां से अन्य इलाकों में जाने का कार्यक्रम था। इसमें जिलेभर से कई महिलाएं, बच्चे और वृद्ध शामिल थे। हमने मंदिर में पूजा की, कीर्तन किए। यहां से वापस जाने का सिर्फ एक तरफ का रास्ता था। कारें वापस जाने लगीं, हम मुश्किल से 500 मीटर की यात्रा कर पाए थे, तभी हमने देखा कि उपद्रवियों ने कारों को आग लगा दी।

बिट्टू बजरंगी ने कहा था कि हमने देखा कि सड़क के किनारे एक छोटी मस्जिद थी, जहां 200-250 लोग खड़े थे। उनके पास हथियार थे और वे खुले में फायरिंग कर रहे थे। बजरंगी ने कहा, जब दूसरी तरफ से फायरिंग होने लगी तो हमने यूटर्न लिया और वापस मंदिर में जाने का फैसला किया। हमें लगा कि हमारे लिए यही सुरक्षित होगा। मुझे अपने लिए डर नहीं लग रहा था। मैं महिलाओं और बच्चों के लिए डर रहा था। हम नहीं चाहते थे कि मणिपुर जैसा कोई हादसा हो। हम अपनी माताओं के लिए डरे हुए थे।

जब बिट्टू बजरंगी से पूछा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यात्री हथियार लिए नजर आ रहे हैं। इस पर बजरंगी ने कहा, “कुछ लोगों के पास हथियार थे, लेकिन वे सभी लाइसेंसी थे। और जो तलवारें हम रखते हैं उनका इस्तेमाल पूजा के लिए, शादियों के लिए, अनुष्ठानों के लिए किया जाता है; उनका इस्तेमाल हत्याओं के लिए नहीं किया जाता है।” उल्लेखनीय है कि इस यात्रा से पहले बिट्टू बजरंगी ने एक वीडियो क्लिप शेयर की थी जिसमें वह भगवा पोशाक में नजर आ रहा था। इसमें गाना भी बज रहा था, “गोली पे गोली चलेंगी, बाप तो बाप रहेगा।”